कहा- खाली भवन है तो तुरंत प्रभाव से होगा केंद्र का संचालन

शिमला | टी एन आर
कुल्लू में बुनकर सेवा व डिजाइन रिसोर्स केन्द्र की स्थापना की जाएगी जो राज्य के खूबसूरत हस्तशिल्प उत्पादों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनके निर्यात के लिए बेहतर मंच प्रदान करेगा।
यह बात केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग तथा कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कुल्लू में हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्णिम जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में हस्तशिल्प एवं हथकरघा कारीगरों के साथ संवाद कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में हस्तशिल्प की अपार संभावनाएं मौजूद है। उन्होंने कहा कि यदि इस केन्द्र के लिए पहले से तैयार कोई भवन उपलब्ध है तो इसका संचालन तुरन्त आरम्भ कर दिया जाएगा।
डिजाइनिंग, गुणवत्ता, पैकेजिंग तथा विपणन को आधुनिक बनाने पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि बुनकरों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने उत्पादों के बढ़िया दाम मिले।
चंबा रूमाल व किन्नौरी शाॅल को जी.आई. टैग- जयराममुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के कारीगरों को प्रोत्साहित करने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
प्रदेश में वर्तमान में 13572 पंजीकृत बुनकर हैं जिनकी आजीविका बुनाई व कढ़ाई के हुनर से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि कुल्लू शाॅल व टोपी सहित चंबा रूमाल व किन्नौरी शाॅल को जी.आई. टैग मिल चुके हैं।
बुनकरों के लिए ऑनलाइन बिक्री मंच की सुविधा प्रदान करने के लिए फ्लिपकार्ट के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया है जिसके माध्यम से प्रदेश के उत्पादों एवं कला को पहचान मिलेगी।