प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारियों को समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ करना होगा काम


शिमला | टी एन र
अधिकारियों को नवाचार विचारों के साथ आगे आना चाहिए और लीक से हटकर सोचना चाहिए, ताकि समाज के प्रत्येक वर्ग के सामाजिक-आर्थिक उत्थान और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए नवीन कार्यक्रम और परिणामोन्मुखी नीतियां बनाई जा सकें।
यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार को हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) के 4.34 करोड़ की लागत से निर्मित कल्पतरू भवन का लोकार्पण करने के उपरान्त हिमाचल प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षुओं को सम्बोधित करते हुए कही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हिपा के ई-ऑफिस और वॉल-ई का भी शुभारम्भ किया।जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना सुनिश्चित करें ताकि वह आम जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतर सके और प्रदेश के विकास में योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि लोगों ने नेताओं और सरकारी कर्मचारियों के बारे में भी धारणा बनाई है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि अधिकारी आम लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए अधिक उत्साह से कार्य करें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डाॅ. राजीव बंसल और डाॅ. मनोज शर्मा द्वारा लिखित पुस्तक सिटीजन इम्पाॅवरमेंट-ए स्टडी ऑफ ई-गवर्नेंस सर्विसेज और डाॅ. राजीव बंसल द्वारा लिखित पुस्तक स्टेपिंग स्टोनज-ए कॉम्पेंडियम ऑफ केस स्टडीज का भी विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने एचएएस प्रशिक्षुओं से बातचीत भी की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की।स
चिव प्रशासनिक सुधार एवं ग्रामीण विकास और पंचायती राज संदीप भटनागर ने कहा कि प्रशिक्षुओं को सरकारी कार्य की बेहतर समझ सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हिपा के पास योग्य और प्रशिक्षित इन-हाउस फैकल्टी है, जो सरकारी सेवाओं में शामिल होने वाले नए अधिकारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।