सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त विद्यालय के लिए अनिवार्य नहीं छोटे बच्चों को स्कूल बुलाना
शिमला के निजी स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों के विरोध के बाद पलटा निर्णय
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से सबंधित सरकारी स्कूलों के बच्चे पहले की तरह आते रहेंगे स्कूल
शिमला
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छुट्टियों को लेकर ऐसा विरोधाभासी निर्णय लिया है जिसकी आलोचना शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने अभिभावकों के विरोध के बाद जिला शिमला और राजधानी में सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड से संबंधित स्कूलों के छात्रों को पाठशाला बुलाने में छूट दे दी गई है, जबकि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से मान्यता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को 9 नवम्बर के आदेशानुसार स्कूल आना होगा। इसलिए इस निर्णय की आलोचना हो रही है।
बता दें कि शिमला शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों के अभिभावकों ने स्कूल खोलने के निर्णय का विरोध किया था, क्योंकि विंटर क्लोजिंग स्कूलों में अब डेढ से दो सप्ताह का सत्र शेष बचा है। विंटर क्लोजिंग ज्यादातर सरकारी व निजी स्कूल नवम्बर के तीसरे व चौथे सप्ताह में वार्षिक परीक्षाएं करवा देते है। इसी वजह से विंटर क्लोजिंग स्कूलों के ज्यादातर अभिभावक कुछ दिनों के लिए स्कूल खोलने के निर्णय का विरोध कर रहे है।
शिक्षा विभाग द्वारा शनिवार को जारी ताजा आदेशो में अब पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों को स्कूल बुलाना अनिवार्य नहीं किया जा सकेगा। पीटीए और एसएमसी के साथ बैठक में स्कूल प्रबंधन अपने स्तर पर तय कर सकेंगे कि बच्चों की पढ़ाई और पेपर पहले की तरर ऑनलाइन करवाए जाए या फिर स्कूल बुलाया जाए। यह निर्णय केवल आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड से संबंधित विंटर क्लोजिंग स्कूलों के लिए मान्य होगा।