सोलर पैनल के साथ इन्वर्टर की सुविधा मिलेगी बड़ा भंगाल वासियों को, बैजनाथ पहुंची पहली खेप

धर्मशाला । टीएनआर
देश की आज़ादी के 75 साल बाद पहली बार 15 अगस्त के जश्न के गवाह बने बड़ा भंगाल में सुविधाओं के लिए अब जाकर सरकार का ध्यान गया है। हिमाचल के जिला कांगड़ा में बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र के करीब 14000 फीट की ऊंचाई पर बसा करीब 600 की आबादी वाला अति दुर्गम गांव बड़ा भंगाल जल्द ही सौर ऊर्जा से रोशन होगा। बरसों से बिजली की सुविधा से वंचित दीयों की रोशनी में उजाला देखने वाले इस दुर्गम गांव के हर घर में रोशनी पहुंचाने के लिए सरकार ने डीसी कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल की पहल पर 65 लाख की लागत का सोलर ऊर्जा प्रोजेक्ट तुरन्त मंजूर किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत सोलर पैनल व इन्वर्टर की पहली खेप बैजनाथ पहुंच चुकी है, जिसे बड़ा भंगाल भेजने की तैयारी है
डीसी कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल की पहल

उपायुक्त कांगड़ा डॉ निपुण जिंदल ने बताया कि कोविड वेक्सीनेशन अभियान को अंजाम देने के लिए वह स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ बीते हफ्ते हेलीकॉप्टर के जरिये बड़ा भंगाल गए थे। बड़ा भंगाल के लोगों ने उन्हें गांव में बिजली की व्यवस्था न होने की दिक्कत बताई। गांव में फिलहाल सौर ऊर्जा से ही रोशनी का प्रबंध होना सम्भव है। इसलिए सरकार को उक्त प्रोजेक्ट भेजा गया जो तुरन्त ही स्वीकृत भी हो गया।
रात में भी जगमगाएगा दुर्गम गांव
डॉ निपुण ने बताया कि बड़ा भंगाल में पहले से उपलब्ध सोलर पैनल में सौर ऊर्जा स्टोरेज ना होने की वजह से उसकी सुविधा रात को नहीं मिल सकती थी। इसका विकल्प प्रशासन ने निकाला और गांव के हर घर में सोलर पैनल के साथ इन्वर्टर भी दिया जा रहा है। इससे रात के समय भी बड़ा भंगाल का हर घर रोशन होगा।
चम्बा की ओर से जल्द सड़क बनाने पर बात
उन्होंने बताया कि बड़ा भंगाल तक सड़क न होने की समस्या पर डीसी चंबा से बात की गई है और सड़क निर्माण जल्द पूरा करने का आग्रह किया गया है।
बीएसएनएल की टेलीफोन सेवा शुरू करने का प्रयास
बड़ा भंगाल में दूरसंचार सुविधा केवल एयरटेल कम्पनी के सैटेलाइट फोन के जरिये मिलती है। इसमें एक कॉल के लिए 30 रुपये खर्चने पड़ते हैं। लोगों को कम दर पर दूरसंचार सुविधा के लिए सरकारी कंपनी बीएसएनएल से मामला उठाकर गांव में टेलीफोन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है।