कर्मचारी लेबर कमिश्नर के पास एक महीने से चक्कर काटने को मजबूर

मुख्य संवाददाता
धर्मशाला । टीएनआर
हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन में मशीनरी के रॉ मैटीरियल का काम कर रही न्यूटैक अप्लाएंसेस कंपनी के प्रबंधक कोरोनाकाल में कर्मचारियों की लाखों रुपए की ग्रैचुएटी और दूसरे बैनिफिट्स चुकाए कथित तौर पर रातोंरात कारोबार समेट कर रफ्फूचक्कर हो गए। अब कंपनी वाले कर्मचारियों के फोन अटेंड नहीं कर रहे, वहीं जब कर्मचारी लेबर अफसर के पास जा रहे हैं तो उनसे भी कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पा रहा। ये हालात तब हैं जब लेबर अफसर ने खुद कंपनी प्रबंधकों और कर्मचारियों की मीटिंग में पेंडिंग पेमेंट खुद दिलाने का जिम्मा लिया था। कंपनी के प्रबंधकों ने जुलाई महीने में गेट के बाहर कंपनी बंद होने का नोटिस लगा दिया था। इसके बाद 9 अगस्त को ताले बंदी करके प्रबंध यहां से रफ्फूचक्कर हो गए। हैरानी की बात है कि कंपनी जब जा रही थी तो लेबर अफसर मनीष करोल ने 3 कर्मचारियों सोनु कुमार निवासी उट्टप हमीरपुर, अनुज निवासी कांगड़ा और चैन सिंह निवासी पपुलावा हरियाणा की कंपनी के मालिकों संग आमने-सामने बातचीत कर बकाया भुगतान कराने का भरोसा दिलाकर फैक्टरी के रॉ-मैटीरियल को बिल्डिंग से बाहर निकालने देने के लिए कहा था। यही नहीं भुगतान को लेकर चेक दिलाते हुए कहा गया कि 4 दिन बाद बैंक में लगा देना। जब बैंक में चेक लगाया गया तो पता चला कि अकाउंट में रुपए ही नहीं हैं। इसके बाद लेबर कमिश्नर के पास पीड़ितों ने शिकायत कर इंसाफ की गुहार लगाई। उन्हें एक महीने बाद भी इंसाफ नहीं मिल सका है। कंपनी के मालिक भुवन सूरी और वरुण सूरी पत्रकारों के सवालों को जवाब दिए बिना ही फोन काट देते हैं।
30 से 35 कर्मचारी कर रहे थे काम
कर्मचारी सोनू कुमार ने बताया कि कंपनी में 30 से 35 कर्मचारी काम कर रहे थे। उनकी तरह बाकी के कर्मचारियों की भी रकम पेंडिंग है। दिल्ली में न्यूटैक अप्लाइंस कंपनी का हैड ऑफिस है। उनके पास तो दिल्ली जाने तक के पैसे नहीं हैं, जबकि कंपनी वाले फोन नहीं उठाते। सोनू कुमार का कहना है कि अभी तक उन्हें किसी दूसरी जगह काम नहीं मिल पाया है। कंपनी उन्हें कोरोनाकाल में उन्हें बेरोजगार करके भाग गई। अब नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं।
किस कर्मचारी का कितना बकाया
नाम कंपनी में बकाया काम किया
सोनू कुमार 1.34 लाख 8 साल सेअनुज 2.22 लाख 11 साल सेचैन सिंह 2.12 लाख 12 साल से
सुनवाई के लिए भेजा नोटिस : लेबर अफसर
बद्दी के लेबर अफसर मनीष करोल ने बताया कि मामला मेरे ध्यान में है। तीन कर्मचारियों का चेक बाउंस हुआ है। कंपनी के मालिक को नोटिस भेजकर 22-23 सितंबर को तलब किया है। चेक बाउंस मामले में कर्मचारी सिविल कोर्ट में याचिका दायर कर सकते हैं। लेबर डिपार्टमेंट को शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की जा रही है।