एक साल से अधिक की नौकरी के बाद टर्मिनेट किए गए जेई

शिमला | टी एन आर
पीडब्ल्यूडी ने 82 जूनियर इंजीनियर (जेई सिविल) की सेवाओं को टर्मिनेट कर दिया है। हिमाचल प्रदेश स्टाफ सिलेक्शन कमीशन हमीरपुर की सिफारिश पर एक साल से अधिक के सेवाकाल के बाद इन्हें टर्मिनेट किया गया है।
इन्हें डिग्रीधारक अभ्यर्थियों की हाईकोर्ट में अपील पर आए फैसले के बाद नौकरी से हटाया गया है। कोर्ट के आदेशों पर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने 17 जनवरी 2020 में तैनात 82 जेई को हटाने की सिफारिश की है और 122 नए चयनित जेई की सूची पीडब्ल्यूडी को सौंप दी है।बता दें कि 2019 में स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने जेई की चयन प्रक्रिया के दौरान डिग्रीधारकों को उच्च शिक्षा बताकर डिसक्वालीफाई (आयोग्य) कर दिया था और सभी जेई डिप्लोमाधारकों में से चयनित किए गए।
कमीशन के इस निर्णय को कुछ डिग्रीधारकों ने कोर्ट में चुनौती दी और कोर्ट ने कमीशन को फटकार लगाते हुए डिग्रीधारकों को दलील को सही ठहराया।इस तरह पीडब्ल्यूडी और स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की लापरवाही के कारण एक साल से अधिक समय से विभाग में सेवाएं दे रहे 82 इंजीनियर घर बैठने को मजबूर हो गए है।
लापरवाही इसलिए क्योंकि 2019 से पहले तक डिग्रीधारक और डिप्लोमाधारक दोनों में से ही जूनियर इंजीनियर लगते रहे है, लेकिन 2019 में केवल डिग्रीधारकों को ही चुना गया।