पहले दिन आधे से भी कम बच्चे पहुंचे स्कूल
शिक्षा मंत्री ने खुद स्कूलों में जाकर जांची सुविधाएं

शिमला
हिमाचल में लंबे समय बाद कोरोना काल में सोमवार को स्कूल खोल दिए गए हैं, लेकिन पहले दिन आधे से भी कम बच्चे स्कूल पहुंचे।
हमीरपुर जिला में सबसे अधिक 65% और मंडी जिला में सबसे कम 23% विद्यार्थी स्कूल आए। सरकार ने फिलहाल 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को स्कूल बुलाने का निर्णय लिया है।
इनकी नियमित कक्षाएं शुरू हो गई है। इसी तरह आठवीं कक्षा के बच्चों को भी इच्छानुसार पाठ्यक्रम से जुड़ी शंकाओं को दूर करने के लिए स्कूल आने को बोला गया है।
इसलिए आठवीं कक्षा के भी कुछ छात्र सोमवार को स्कूल पहुंचे हैं, लेकिन आठवीं के बच्चों की नियमित कक्षाएं नहीं लगेगी।शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण इलाकों में ज्यादा बच्चे स्कूल पहुंचे।
शहरी क्षेत्रों में बच्चों के अभिभावक अभी भी कोरोना से डरें व सहमे हुए है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करने के निर्देश दिए है।
स्कूल मुख्य की होगी यह जिम्मेदारीस्कूलों में सामाजिक दूरी के नियम का पालन करने, मास्क पहनने और सेनेटाइजेशन का शिक्षण संस्थानों के मुखिया को ध्यान रखना होगा।
स्कूल आने और जाने का अलग-अलग समय तय किया गया है, ताकि आते जाते वक्त बच्चों की भीड़ न जुट पाएं। बच्चों को सीटिंग प्लान भी शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए तय किया गया हैं।
शिक्षा मंत्री पहुंचे लालपानी स्कूल सूबे के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर सोमवार सुबह 11 बजे शिमला के लालपानी सेकेंडरी स्कूल पहुंचे।
इस दौरान उन्होंने देखा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा एसओपी का कितना पालन किया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने स्कूल प्रबंधन को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
इसी तरह जिला स्तर पर गठित कोरोना को-ऑर्डिनेशन कमेटी ने भी और अलग-अलग स्कूलों का निरीक्षण किया।
बच्चों में दिखा उत्साह कोरोना के कारण लंबे समय से छात्र ऑनलाइन कक्षाएं लगा रहे है। स्कूल बंद होने के कारण बच्चों का एक दूसरे से मिलना नहीं हो पा रहा था। इसलिए सोमवार को स्कूल खोलने पर छात्रों में जबरदस्त उत्साह देखा गया।
जिलावार स्कूल पहुंचे विद्यार्थीसिरमौर 46%हमीरपुर 65%मंडी 23%सोलन 45%ऊना 64%बिलासपुर 53%कांगड़ा 45% चंबा 25%कुल्लू 40%