बाहर से आने वाले सभी लोगों के लिए आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट की गई अनिवार्य
50% सवारियों के साथ बसें चलाने की अनुमति

शिमला
हिमाचल मंत्रिमंडल ने कोरोना के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत 22 अगस्त तक स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। इसके बाद बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं पहले की तरह जारी रहेगी।
शिक्षक पहले की तरह स्कूल आते रहेंगे और पाठशालाओं से ही ऑनलाइन कक्षाएं लेंगे। अगले सप्ताह होने वाली कैबिनेट में स्कूल खोलने को लेकर पुनः विचार किया जाएगा।
हिमाचल में बीते 2 अगस्त से ही 10वीं, 11वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए स्कूल खुले थे, लेकिन प्रदेशभर में बीते 8 दिनों के दौरान 50 से अधिक छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
इसे देखते हुए स्कूलों को फिर से बंद करने का निर्णय लिया है। इस संदर्भ में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण वीरवार को विस्तृत आदेश जारी करेगा।
आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट सभी के लिए अनिवार्यकैबिनेट ने हिमाचल में प्रवेश करने वाले सभी लोगों के लिए अब आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है या फिर कोरोना की दोनों वैक्सीन के सर्टिफिकेट साथ लाने होंगे।
आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट 72 घंटे से पुरानी नहीं होनी चाहिए। इससे पहले राज्य सरकार ने आरटी-पीसीआर रिपोर्ट लाने की एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन अब इसे अनिवार्य कर दिया गया है।
बसों में 50% सवारियां बैठाने की इजाजत
कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने बसों में भी सवारियों पर बंदिशे लगा दी है। प्रदेश में अब 50% सवारियां ही बसों में बिठाई जा सकेंगी, क्योंकि सार्वजनिक परिवहन को कोरोना संक्रमण का अहम कारण माना जा रहा था।
राज्य में बीते 26 जुलाई को कोरोना के 858 एक्टिव केस थे।
अब इनकी संख्या 2000 से ज्यादा हो गई है।
टेट की पात्रता आजीवन की गई राज्य सरकार ने शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टेट की वैधता आजीवन कर दी है। शिक्षक बनने के इच्छुक हजारों बेरोजगारों के लिए यह राहत भरी खबर है। पूर्व में टेट की पात्रता 7 साल थी।
इस अवधि में यदि कोई बेरोजगार कमीशन पास नहीं कर पाता तो उसे दोबारा से टेट की परीक्षा देनी होती थी।