
ऊना। सावन नवरात्र में प्रदेश के विभिन्न शक्तिपीठ मंदिरों को आने वाले श्रद्धालुओं को ऊना के बार्डरों पर रोक दिया गया है। देर रात 12 बजे से यह क्रम शुरू कर दिया गया और हिमाचल में प्रवेश करने वाले श्रद्धालुओं को बार्डर पर ही रोक दिया गया। केवल उन्हीं श्रद्धालुओं को एंट्री दी गई जिन्हें या तो वैक्सीनेशन की दोनों डोज लगी हों या जो आर.टी.पी.सी.आर सैंपल की नैगेटिव रिपोर्ट लेकर आए हों। इसके अलावा आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस की टीम ने हिमाचल-पंजाब बार्डर से बैरंग लौटा दिया।
जिला ऊना के गगरेट, पंडोगा, मैहतपुर, मरवाड़ी सहित अन्य बैरियरों पर टीमें तैनात कर दी गई जिनमें पुलिस के भारी बल सहित अन्य विभाग की टीमें तैनात हैं। गगरेट बैरियर पर श्रद्धालुओं ने सोमवार को पुलिस द्वारा रोके जाने पर जबरदस्त नारेबाजी भी की जिनको बाद में पुलिस द्वारा हिमाचल के नियम कायदों का हवाला देते हुए समझा बुझा कर वापस भेजा गया।
श्रद्धालुओं को नियमों की जानकारी नहीं
श्रद्धालुओं का तर्क था कि नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए बनाए हिमाचल एंट्री के नियमों की जानकारी उन्हें नहीं मिली और इसी के चलते यहां जमघट लग गया। इस नियम का ज्ञान न होने के कारण हजारों श्रद्धालुओं को बिना शीश नवाए बार्डर से ही लौटना पड़ा। वहीं मां चिंतपूर्णी के मंदिर में भी श्रद्धालुओं की संख्या कम ही रही।