जनजातीय क्षेत्रों की पंचायतों में चुनाव की तारीख से पहले वोटर लिस्ट तैयार करने का शेड्यूल जारी
31 जुलाई 2021 को 18 साल पूरा करने वाले मतदाता सूची में शामिल करवा सकेंगे अपना नाम

शिमला
हिमाचल के जनजातीय क्षेत्रों में कभी भी पंचायत चुनाव का बिगुल भर सकता है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट-रोल तैयार करने का शेड्यूल तय कर दिया है।
इसके मुताबिक 31 जुलाई तक 18 वर्ष की उम्र पूरा करने वाले युवा अपना वोट बनाने के लिए पात्र होंगे। जिन पात्र लोगों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, वह भी अपना नाम दर्ज करवा सकेंगे।
चंबा और लाहौल स्पीति की पंचायतों में आम चुनाव के अलावा हिमाचल के सामान्य क्षेत्रों की पंचायतों में भी उपचुनाव करवाए जाएंगे।
इनके लिए भी इसी शेड्यूल के मुताबिक मतदाता सूची तैयार की जाएगी।
25 अगस्त को फाइनल करना होगा ड्राफ्ट-रोल निर्वाचन आयोग ने 9 अगस्त को वोटर-लिस्ट का ड्रॉफ्ट पब्लिश करने के निर्देश दिए है।
ड्राफ्ट को पंचायत दफ्तर और सार्वजनिक स्थलों पर इसलिए रखना होगा, ताकि इसे देखकर लोग अपने ऑब्जेक्शन एवं सुजेशन दे सके। जिन व्यक्तियों की मृत्यु हो गई है उनके नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाएंगे।
ऑब्जेक्शन एवं सुजेशन 16 अगस्त तक रिवाइजिंग ऑथरिटी को देने होंगे। 20 अगस्त तक रिवाइजिंग ऑथरिटी लोगों के ऑब्जेक्शन और सुजेशन का निपटारा करेगी।
23 अगस्त तक अपीलेट अथॉरिटी को अपील का निपटारा करना होगा। 25 अगस्त को वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट रोल हर हाल में फाइनल करना होगा।
काजा की 16, पांगी की 19 और लाहौल की 28 पंचायतों में चुनाव
लाहौल की 28, काजा की 16 तथा चंबा के पांगी की 19 पंचायतों में पंचायत चुनाव होने हैं।
मतदाता सूची का ड्राफ्ट रोल बनते ही कभी भी निर्वाचन आयोग पंचायत चुनाव का बिगुल बजा सकता है।
इसके लिए राज्य के नए सीईसी अनिल खाची ने पदभार संभालते ही तैयारियां शुरू कर दी है।
24 जून को पूरा हो चुका कार्यकाल
जनजातियों क्षेत्रों की पंचायतों के मौजूदा प्रतिनिधियों का 5 साल का कार्यकाल बीते 23 जून को पूरा हो गया है।
इसे देखते हुए सरकार ने कमेटियां गठित कर रखी है, जो पंचायतों का संचालन कर रही है।
जनजातीय क्षेत्रों में कोरोना की दूसरी लहर के कारण तय समय पर चुनाव नहीं हो पाए। लिहाजा इनमें अब नए प्रतिनिधियों के लिए चुनाव करवाए जाने है।