धर्मशाला में 15 अगस्त पर लगे होर्डिंग्स में केवल पिता-पुत्र का फोटो, शीर्ष भाजपा नेता गायब

धर्मशाला
धर्मशाला में भाजपा का नया नेतृत्व पनपने के बाद करीब करीब साइडलाइन कर दिए गए वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में कांगड़ा चम्बा के सांसद किशन कपूर अपने युवा पुत्र शाश्वत कपूर के लिए अगले साल के अंत मे होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सियासी फील्ड में फील्डिंग सजा रहे हैं।15 अगस्त के मौके पर धर्मशाला में लगाए शुभकामना संदेश के होर्डिंग्स में पिता के साथ शाश्वत की तस्वीर उनकी महत्वकांक्षाओं को साफ बयां कर रही है। खासी चर्चा का विषय बने इन होर्डिंग में किसी भी शीर्ष भाजपा नेता की तस्वीर नहीं है।
दरअसल राजनीतिक गलियारों में यह सर्वविदित है कि सांसद का चुनाव जीतने के बाद किशन कपूर ने खाली हुई धर्मशाला विधानसभा सीट से अपने पुत्र को टिकट दिलवाने के लिए दिल्ली तक जोरदार पैरवी की थी। लेकिन उन्हें लोकल लीडरशिप का साथ नहीं मिला। आलाकमान ने भी परिवारवाद की बजाय नए चेहरे का प्रयोग किया जो सफल भी रहा। इसके बाद से किशन कपूर धर्मशाला भाजपा में एक तरह से अलग-थलग कर दिए गए।
मंडल भाजपा में उनके सिपहसालारों की जगह नए विधायक विशाल नैहरिया के करीबियों ने ले ली। सांसद को पार्टी के कार्यक्रमों से भी दूर रखे जाने लगा। स्थानीय विधायक व किशन कपूर के बीच दूरियां पैदा हो गईं। अपनी अनदेखी के बाद किशन कपूर ने धूमल खेमे से नजदीकियां बढ़ा ली हैं।
कपूर ने अपनी पीड़ा पार्टी शीर्ष नेतृत्व के सामने भी रखी। हाल के दिनों में किशन कपूर व उनके बेटे शाश्वत कपूर ने अपनी गतिविधियां तेज़ कर दी हैं। विदेश में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई पूरी कर लौटे शाश्वत कोरोना की दूसरी लहर के दौरान धर्मशाला हलके में काफी सक्रिय रहे हैं। साफ है कि शाश्वत कपूर अपने लिए पूरी शिद्दत से राजनीतिक संभावनाएं टटोल रहे हैं, जिसमें उन्हें पिता का पूरा वरदहस्त मिल रहा है।
आरएसएस के यूथ फ़ॉर भारत संगठन से जुड़े
शाश्वत कपूर वर्तमान में भाजपा या भाजयुमो में किसी ओहदे पर नहीं हैं। हालांकि वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के राजनीतिक परिवारों के युवाओं के लिए बनाए राष्ट्रीय संगठन यूथ फ़ॉर भारत से जुड़ चुके हैं। इस संगठन में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के पुत्र हरीश नड्डा भी शामिल हैं। संगठन का काम जनसेवा से जुड़ा है।
राजनीति भी जनसेवा का एक माध्यम
मैं जनसेवा के काम से जुड़ा हूं। लोगों की बात, उनकी समस्याओं को अपने सांसद पिता तक पहुंचाकर उनका समाधान करवा रहा हूं। राजनीति भी जनसेवा का एक माध्यम है। – शाश्वत कपूर