विधानसभा परिसर में बिना थर्मल स्कैनिंग के प्रवेश वर्जित
पक्ष और विपक्ष से सदन चलाने को रचनात्मक सहयोग की अपील की
इस बार दर्शक दीर्घा में बैठने को रोजाना दिए जाएंगे 40 पास

शिमला
हिमाचल विधानसभा परिसर में थर्मल स्कैनिंग के बगैर किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि कोरोना की चुनौती के बीच सत्र करवाना अनिवार्य है।
इसलिए सभी को कोरोना नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा में चिकित्सक, फार्मासिस्ट व स्टाफ नर्स दो शिफ्ट में तैनात किए गए है।
उन्होंने कहा कि इस बार दर्शक दीर्घा में बैठने के लिए लोगों को पास जारी किए जाएंगे। हर-रोज 40 पास ही दिए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि कोरोना को देखते हुए बीते बजट सत्र में आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। उन्होंने विधानसभा परिसर में आने वाले हरेक नेता, अधिकारी, कर्मचारी व पत्रकारों से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील की है।
सत्र से एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष में बुलाई सर्वदलीय बैठक
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमान ने सत्र से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने पक्ष और विपक्ष के सभी विधायकों से सदन को चलाने के लिए रचनात्मक सहयोग की अपील की।
उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वह सदन के समय का जनहित से जुड़े मुददों को उठाने के लिए सदुपयोग करें।
उन्होंने बताया कि हिमाचल विधानसभा की अपनी एक उच्च गरिमा है। इसलिए उन्होंने सौहार्दपूर्ण माहौल में विभिन्न विषयों पर चर्चा में भाग लेने की अपील की है।
सर्वदलीय बैठक में पूर्व विधायक स्व. वीरभद्र सिंह तथा पूर्व विधायक स्व.नरेंद्र बरागटा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा उपाध्यक्ष डा.हंसराज, मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल, उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी तथा सी.पी.आई.एम विधायक राकेश सिंघा बैठक में मौजूद रहें।
1200 की जगह 800 कर्मचारी देंगे ड्यूटी
विपिन परमर ने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए इस बार मानसून सत्र के दौरान 1200 की जगह 800 अधिकारी व कर्मचारी ही ड्यूटी देंगे।
इसे देखते हुए उन्होंने मंत्रियों से भी जरूरी स्टाफ ही साथ लाने का अनुरोध किया गया है, ताकि विधानसभा परिसर में अनावश्यक भीड़ न जुट पाए। वहीं पुलिस ने सत्र को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंध कर दी है।
विधायकों पर एफआईआर वापस लेने पर हो रहा विचार
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में विपिन परमार ने कहा कि बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों पर दर्ज एफआईआर वापस लेने पर विधानसभा सचिवालय प्रशासन विचार कर रहा है, क्योंकि बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के वक्त विपक्ष ने जबरदस्त हंगामा किया।
इस वजह से राज्यपाल अपना अभिभाषण भी पूरा नहीं कर पाए थे।