वन्य प्राणी विभाग ने आदमखोर तेंदुए को पकडऩे के लिए लगाया पिंजरा
शौच के लिए वीरवार रात आठ बजे अकेले घर से बाहर निकली थी बच्ची
कनलोग में अपने दादा-दादी के साथ रहती थी मासूम बच्ची

शिमला
शिमला के कनलोग से अंधेरे का फायदा उठाते हुए एक तेंदुआ वीरवार देर रात 7 वर्षीय बच्ची को उठा ले गया। रातभर चले तलाशी अभियान के दौरान शुक्रवार सुबह उस बच्ची का सिर जंगल से बरामद हुआ।
इस घटना के बाद शिमलावासी दहशत के माहौल में जी रहे है। वन्य प्राणी विभाग ने आदमखोर तेंदुए को पडक़ने के लिए कनलोग में जंगल में 2 जगह पिंजरे लगा दिए है।
विभाग का दावा है कि पांच जगह ट्रैप कैमरा लगाकर तेंदुए की लोकेशन व अन्य जानकारी जुटाने के प्रयास किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि कनलोग में बच्ची अपने दादा-दादी के साथ एक ढारे में रहती थी। वीरवार रात आठ बजे बच्ची शौच करने के लिए अकेले घर से बाहर निकली तो तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और बच्ची को उठाकर जंगल में भाग गया।
बच्ची पर तेंदुए के हमले के बाद ढारे के बाहर रखी बाल्टी के गिरने की आवाजे आई। इसे सुनकर भीतर खाना बना रही दादी बाहर भागी और चिल्लाना शुरु कर दिया।
इसके बाद आस-पड़ोस के सभी लोक इकट्ठे हो गए। फिर पुलिस व वन विभाग की मद्द से बच्ची की तलाश शुरू की। कनलोग में जहां पर तेंदुए द्वारा बच्ची को उठाने की घटना हुई है, उस जगह स्ट्रीट लाइट नहीं लगी थी।
इसी का फायदा उठाते हुए तेंदुए ने बच्ची को अपना शिकार बनाया है। घटना के बाद स्थानीय प्रशासन युद्द स्तर पर स्ट्रीट लाइटें लगाने में जुट गया है।
कनलोग की पार्षद बृज सूद ने बताया कि जंगल से बच्ची का सिर और शरीर के कुछ अंग मिले हैं।
शिमला शहरी के डीएफओ पवन चौहान ने बताया कि आदमखोर तेंदुए को पकडऩे के लिए वन्य प्राणी विभाग ने पिंजरा लगा दिया है।
उन्होंने शाम के बाद जंगलों के साथ लगते ढारों में रह रहे लोगों से खिड़कियां और दरवाजे बंद रखने का आग्रह किया है।
खौफ में शिमलावासी
मासूम बच्ची पर तेंदुए के हमले की इस खौफनाक वारदात के बाद अब महिलाओं व बच्चों का अकेले घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दफ्तरों और दुकानों से देर रात तक घरों को लौटने वाले लोग भी डरे हुए है।
शिमला के कई इलाकों में पहले भी तेंदुए इस तरह से लोगों पर जानलेवा हमले कर चुके है। कुछ ही दिन पहले कृष्णानगर में एक तेदुआ ढारे के अंदर घुस गया।
उसने ढारे के भीतर सो रहे एक व्यक्ति को लहुलुहान किया।
संजौली की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में एक महिला शिक्षक, शिव मंदिरधोबीघाट के पास एक होटल कर्मी के अलावा कैंथू, बनूटी, बड़श, कनलोग, रेलवे स्टेशन फागली में भी तेंदुआ कई लोगों पर जानलेवा हमला कर चुका है।
पॉश कॉलोनी में भी तेंदुआ
हैरानी इस बात की है कि संजौली, कैंथू, फागली जैसी पॉश कॉलोनी में भी कई बार तेंदुआ घूमते देखा जा चुका है। शहर में बीते एक साल के दौरान तेंदुए लोगों के दर्जनों पालतू व आवारा कुत्तों को शिकार बना चुके है।