दुर्गम घाटी में पहली बार प्रशासनिक अधिकारी फहराएंगे झंडा
प्रशासन जनता के द्वार में बनेगी योजनाएं , होगा समस्याओं का समाधान

जिला कांगड़ा की अति दुर्गम पंचायत बड़ा भंगाल में पहली बार 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन एक नया अध्याय जुड़ेगा। जी हां , पहली बार बैजनाथ प्रशासन के द्वारा वहाँ स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा।
यह पहला मौका होगा जब बड़ा भंगाल में आजादी का जश्न मनाया जाएगा।
इससे पहले न तो बड़ा भंगाल में आजादी के पहले प्रशासन ने तिरंगा फहराया गया और न आजादी के बाद अब तक प्रशासन द्वारा इस तरह का कोई कार्यक्रम हुआ,इस प्रकार का वहां पर कार्यक्रम करना शायद इसलिए सम्भव नहीं हो सका , क्योंकि इस गांव तक पंहुच पाना अति कठिन है।
यहां तक पंहुचने के लिए तीन दिन का रास्ता है और रास्ता अति दुर्गम है, लेकिन इसके लिए बैजनाथ के नवनियुक्त एसडीएम सलीम आजम ने पहल की है। एसडीएम को जिलाधीश कांगड़ा से अनुमति भी मिल गई है।बड़ा भंगाल जाने के लिए प्रशासन ने तैयारियां आरम्भ कर दी है।
15 अधिकारी 3 दिन पैदल चलकर पहुंचेंगे बड़ा भंगाल
बड़ा भंगाल के लिए बैजनाथ से 15 अधिकारियों का एक दल रवाना होगा,जो वाया चम्बा होकर जाएंगे। उसके बाद आगे के लिए वो पैदल रवाना होंगे।बड़ा भंगाल के लिए एसडीएम के साथ जल शक्ति विभाग,वन विभाग,
तहसीलदार मुलथान और कुछ अन्य विभागों के अधिकारी रवाना होंगे,वही बड़ाभंगाल में प्रशासन जनता के द्वार कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।एसडीएम बैजनाथ सलीम आजम ने बताया कि 15 अगस्त को बैजनाथ के बडा भंगाल में तिरंगा फहराने का आयोजन किया जा रहा है।
जिसके लिए तैयारियां पूरी की जा रही है।
धूमल पहुंचे थे बड़ा भंगाल
दुर्गम क्षेत्र बड़ा भंगाल आज तक केवल एक ही सीएम वहां पहुंच सका है। 2010 में तत्कालीन सीएम प्रेम कुमार धूमल वूलफैड के चेयरमेन के साथ बड़ा भंगाल में हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे।
तब भंगालवासियों की खुशी का ठिकाना तक नहीं रहा था कि कोई सीएम उनका दुख – दर्द जानने वहां पहुंचा है।