
ऊना
देश के अन्य राज्यों में स्कूल खोल दिए गए हैं और विद्यार्थियों को रैगुलर शिक्षा दी जा रही है तो हिमाचल सरकार स्कूल क्यों नहीं खोल रही है।
क्या हिमाचल में एस.ओ.पी. की अनुपालना करके स्कूल नहीं खोले जा सकते? जब कोचिंग सैंटर्ज और तकनीकी शिक्षण संस्थान खुले हैं तो हिमाचल में अन्य स्कूलों को खोलने में क्या समस्या है?
यह सवाल ऊना में पत्रकार वार्ता करते हुए हिमाचल प्रदेश मान्यता प्राप्त स्कूल संघ व छात्रों के अभिभावकों ने उठाए हैं।
संघ महासचिव महेश राणा, ब्लाक प्रधान बंगाणा अजय पटियाल, एसोसिएशन महिला विंग की सदस्य अनुलेखा शर्मा, हरोली से राजेश जसवाल, अंशुल रांटा व अभिभावकों में पूजा, अंजू, रजनी आदि ने कहा कि 5 सितम्बर से प्रदेश में स्कूलों को खोल दिया जाना चाहिए क्योंकि बच्चों का भविष्य खतरे में है।
ऑनलाइन क्लासिस शिक्षा की स्थाई व्यवस्था नहीं है।