जुलाई 2021 में 473.81 करोड़ का रिकॉर्ड राजस्व संग्रहण
जीएसटी लागू होने के बाद से अब तक यह सर्वाधिक जीएसटी,
50.7 फीसदी का इजाफा
मौजूदा वित्त वर्ष के चार महीनों में 1301.03 करोड़ की जीएसटी किया इकट्ठा

हिमाचल की बिगड़ती आर्थिक सेहत के बीच राज्य के आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से राहत भरी खबर आई है। देशभर में जीएसटी लागू होने के बाद से आज तक हिमाचल प्रदेश ने सर्वाधिक मासिक जीएसटी संग्रहण जुलाई 2021 में किया है।
आबकारी एवं कराधान विभाग के मुताबिक जुलाई महीने में 473.81 करोड़ रुपए राजस्व के रूप में इकट्ठे हुए है। इसमे 50.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी आंकी गई है। मौजूदा वित्त वर्ष 2021-22 के चार महीने में जुलाई तक जीएसटी के तौर पर 1301.03 करोड़ रुपए इकट्ठे हो गए है।
पिछले वित्तीय वर्ष में इस अवधि तक मात्र 705.26 करोड़ जीएसटी संग्रहण हुआ था। यानी पिछले साल की तुलना में इस बार करीब 595 करोड़ रुपए अधिक जीएसटी इकट्ठा हुआ है।
अप्रैल-मई में बंदिशों के बावजूद 4 महीनों में 1301 करोड़ जीएसटी
कोरोना के कारण लागू बंदिशों के बाद जीएसटी संग्रहण में भारी गिरावट हुई है। खासकर बीते साल जीएसटी संग्रहण बहुत कम हो गया था। इससे राज्य की वित्तीय हालत और भी पतली हो गई है।
हालांकि इस भी अप्रैल और मई महीने में राज्य में कोरोना कर्फ्यू लागू रहा। फिर भी इस बार हिमाचल में 1301.03 करोड़ रुपए का जीएसटी संग्रहण चार महीनों में हो चुका है।
हिमाचल पर 60,500 करोड़ का कर्ज
हिमाचल प्रदेश पर इस वक्त 60,500 करोड़ रुपए का कर्ज है। आलम यह है कि पुराने कर्ज को चुकाने के लिए भी नया कर्ज लेना पड़ रहा है।
उधर, सरकार ने अपने पौने दो लाख कर्मचारियों और 80 हजार से अधिक पेंशनर को नया वेतनमान देना है। इसके लिए सरकार को करोड़ों रुपए की जरूरत है। नए वेतनमान के कारण राज्य पर करीब 3000 करोड़ रुपए अतिरिक्त का वित्तीय बोझ पड़ने वाला है। ऐसे में जीएसटी संग्रह में इजाफा प्रदेश के लिए अच्छी खबर है।