कांग्रेस ने सदन से किया वॉकआउट, सत्ता पक्ष पर लगाया विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर लगाया सदन की मर्यादाओं को तार तार करने का आरोप

शिमला
हिमाचल विधानसभा में किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी की आरएसएस पर टिप्पणी पर बुधवार को सदन में फिर से नोकझोंक हुई।
कांग्रेस ने सदन में जनजातीय विधायक को अपनी बात न रखने देने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेस विधायकों ने आसन का घेराव किया।
जगत सिंह नेगी ने मंगलवार को आरएसएस पर टिप्पणी की थी। लिहाजा यह मामला बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान फिर से सदन में गूंजा। इसके बाद कांग्रेस विधायक नारे लगाते हुए सदन से बाहर आ गए।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने वन मंत्री राकेश पठानिया और कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर सहित भाजपा के अन्य सदस्यों पर जनजातीय क्षेत्र के विधायक के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए है।
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के सदस्य जगत सिंह नेगी के साथ मारपीट को तैयार हो गए थे। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष के ऐसे रवैये से विपक्ष डरने वाला नहीं है।
विपक्ष की आवाज दबाने का किया जा रहा प्रयासः नेगी जगत सिंह नेगी ने कहा कि आज तक के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। विधानसभा के भीतर सदस्यों को अपने विचार रखने का अवसर नहीं दिया जा रहा है। उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि आसन पर बैठे लोग देश की एकता और अखंडता, ओबीसी, जनजातीय लोगों के लिए खतरा है।
सदन की मर्यादाओं को पहुंचाई जा रही ठेसः सीएम
इस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष का यह रोज-रोज का व्यवहार बन गया है। विपक्ष ऐसा करके सदन की मर्यादाओं को ठेस पहुंचा रहा है।
नोकझोंक व तर्क वितर्क स्वभाविक है, लेकिन रोज-रोज बिना वजह व विषयक के वॉकआउट करना सही नहीं है। इस प्रकार विधानसभा अध्यक्ष के आसन के पास नारे लगाना टिप्पणियां करना सही नहीं है। आज तो विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नारे तक लगाए गए है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
सत्तापक्ष ने अलग और विपक्ष ने अलग फहराया झंडा अध्यक्ष ने कहा सब मिलकर झंडा फहराएंगे। इस पहले से सदन से वॉकआउट कर चुके विपक्ष ने अलग से झंडा फहराया और सत्तारूढ़ दल के सदस्य से अलग से झंडा लहराया।
वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने फिर से प्रदेशवासियों से अपील है कि 15 अगस्त को हर घर में झंडा फहराया जाए।