कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष सदन में नारेबाजी के बाद आया बाहर
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के बार-बार वॉकाउट को बताया लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान

शिमला
विधानसभा के मानसून सत्र के सातवें दिन मंगलवार को विपक्षी कांग्रेस ने सदन से दो बार वॉकआउट किया। कोरोना पर स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने पहली बार सदन से वॉकआउट किया।
कांग्रेस विधायक इंद्रदत्त लखनपालन ने मंत्री के जवाब पूरा करने से पहले ही कहा कि मंत्री सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर नहीं बोल रहे है।
इसके बाद कांग्रेस ने सदन में नारेबाजी करते हुए वॉकआउट कर दिया। इस पर माकपा विधायक राकेश सिंघा ने भी सदन से वॉकआउट किया।
नियम 130 के तहत सदस्य जीतराम कटवाल द्वारा वृद्ध व्यक्ति, महिलाओं, दिव्यांगों व दूसरे कमजोर वर्गों के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा के दौरान भी कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया।
इसके अलावा सदन में कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने आरएसएस और महारानी विक्टोरिया को लेकर जैसे ही सदन में टिप्पणी की। उसके बाद सदन का माहौल गरमा गया और दोनों ओर से नोक-झोंक हुई।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है। उन्होंने कहा कि जो टिप्पणी कांग्रेस सदस्य ने आरएसएस को लेकर की है, वह कार्यवाही का हिस्सा नहीं होना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी संघ का सम्मान करता है। उन्होंने विपक्ष के बार-बार वॉकआउट पर आपत्ति जताई।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने कहा कि आरएसएस पर टिप्पणी करना गलत है। उन्होंने कहा कि सदस्य ने जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और महारानी विक्टोरिया पर जो टिप्पणी की है वह रिकार्ड का हिस्सा नहीं हो सकता।
कोरोना को लेकर विस्तृत जवाब दे रहे थे मंत्री: जयराम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विपक्ष के वाकआउट की निंदा की। जयराम ठाकुर ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सदन में विस्तार से जानकारी दे रहे थे और विपक्ष सुनने को तैयार नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना काल में बेहतर कार्य किया है। अस्पतालों में मरीजों को पर्याप्त संख्या में बिस्तर और ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई है।
सत्ता पर रहते हुए कांग्रेस ने 50 सालों में मात्र 50 वेंटिलेटर दिए है। आज इनकी संख्या 800 हो गई है।