रोजगार देने में 2 विधानसभा क्षेत्रों को ही अधिमान देने का लगाया आरोप
सीएम ने कहा: नेतृत्व विहिन होने के कारण ऐसा कर रही कांग्रेस

शिमला
इससे पहले कांग्रेस ने लाया काम रोको प्रस्ताव
हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट किया।
इससे पहले सरकारी विभागों, बोर्ड व निगमों में आउटसोर्स माध्यम से भर्ती के मामले में कांग्रेस ने सदन में हंगामा किया और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, आशा कुमारी, इंद्रदत्त लखनपाल, धनीराम शांडिल और राजेंद्र राणा ने सदन में कान रोको प्रस्ताव लाया गया, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष विपिन परमार ने विपक्ष की इस मांग को ठुकरा दिया।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नियम-130 के तहत इस मामले को लेकर पहले ही चर्चा मांगी गई है। इस चर्चा में विपक्ष के सदस्य अपना पक्ष रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री, विधायक सुखविंदर सुक्खू और विक्रमादित्य दो अगस्त को सवाल कर चुके हैं।
इससे एक दिन पहले कांग्रेस ने मंडी से सांसद रामस्वरूप शर्मा के निधन मामले में सदन से वॉकआउट कर चुकी है।
आउटसोर्स पर दिए गए रोजगार पर श्वेत पत्र जारी करे सरकार: अग्निहोत्री
विधानसभा अध्यक्ष की इस दलील से नाखुश विपक्ष नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चला गया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार चोर दरवाजे से चहेतों को रोजगार दे रही है।
ऐसा करके नौ लाख से अधिक बेरोजगारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कि रोजगार देने में 2 विधानसभा क्षेत्रों को ही अधिमान दिया जा रहा है।
उन्होंने आऊटसोर्स पर दिए गए रोजगार को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग भी की।
विपक्ष के पास वरिष्ठ नेतृत्व की कमी: सीएम
कांग्रेस के वॉकआउट पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के पास वरिष्ठ नेतृत्व की कमी खल रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में चुनाव के समय ऐसे कर्मचारियों को पीटरहॉफ में एकत्रित करके राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास किया गया।
इसके लिए नेताओं को मुकुट और हार भी पहनाए गए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र विशेष में रोजगार देने के विपक्ष के आरोप निराधार है।