वीसी को सेवा विस्तार देने और छात्रों की मांगो को लेकर एनएसयूआई ने किया प्रदर्शन

शिमला
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर में शनिवार को पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। दरअसल, एनएसयूआई कार्यकर्ता प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकंदर को सेवा विस्तार देने का विरोध और छात्रों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।
इस दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय के भीतर घुसने का प्रयास किया। पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो पुलिस व एनएसयूआई कार्यकर्ताओं में हल्की धक्का-मुक्की हुई।
इसके बाद एनएसयूआई कार्यकर्ता कुलपति कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई।
एनएसयूआई का आरोप है कि पहले तो प्रदेश सरकार ने एक आयोग्य व्यक्ति को यूनिवर्सिटी का कुलपति बनाया और अब सेवा विस्तार दिया जा रहा है। छात्र संगठन एनएसयूआई कुुलपति के सेवा विस्तार को रद्द करने की मांग पर अड़ गया है।
क्या बोले एनएसयूआई अध्यक्ष
एनएसयूआई अध्यक्ष छतर सिंह ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन अभी तक 2015 के छात्रों के लिए रि-असेसमेंट की प्रक्रिया को भी पूरा नहीं कर पाया है। इससे छात्रों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
आरएसएस से जुड़े लोगों की बैक डोर एंट्री का लगाया आरोप
एनएसयूआई अध्यक्ष ने कहा कि कुलपति विश्वविद्यालय में आरएसएस से जुड़े लोगों की बैक डोर एंट्री करवाकर बेरोजगारों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के पेपर भी आउटसोर्स पर चेक करवा रहा है। एनएसयूआई का आरोप है कि छात्रों की मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।
सामाजिक दूरी के नियमों की उड़ी धज्जियां
एनएसयूआई के प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में सामाजिक दूरी के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ते देखी गई। कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी के बीच इस तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है।