7 लोग अभी भी लापता होने का अंदेशा
राहत एवं बचाव कार्य अभी जारी

शिमला
जनजातीय जिला किन्नौर के न्यूगलसरी में चौथे दिन शनिवार को 6 और शव मिलने के बाद मरने वालों का आंकड़ा 23 पहुंच गया है।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव उनके परिजनों को सौंप दिए हैं।
अब सात लोगों के लापता होने का अंदेशा है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, लेकिन अब मलबे में दबे लोगों के जिंदा होने की उम्मीदें निरंतर कम होती जा रही है।वहीं घायलों का भावानगर, रामपुर व आईजीएमसी में उपचार चल रहा है।
कुछ को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। घटनास्थल पर शनिवार को स्निफर डॉग से शवों को तलाशने का प्रयास किया गया लेकिन पुलिस को इसमें कामयाबी नहीं मिल पाई।
न्यूगलसरी में बीते 4 दिन से चौतरफा चीख-पुकार सुनी जा सकती है। लो बीपी से अपनों के मिलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन 80 घंटे से अधिक समय से मलबे में दबे लोग नहीं निकाले जा सके है।
इससे परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।छह मृतकों के नाम मृतकों की पहचान जगत ओली त्रिवेणी निचार, दलीप सिंह पूह किन्नौर, प्रभु लाल किन्नौर, गुलान्छी पत्नी रमणी निचार, खेमलाल नेपाल और ब्रिजनाथ के तौर पर हुई है।
सात लापता लोगों की सूची अब सुर्या वंश निचार, गुलपंछी रमनी-किन्नौर, मेहर चंद टिकरी निरमंड, खेम लाल पुत्र नाथपा, संतोष कुमारी सुंगरा किन्नौर, ज्वाला देवी पत्नी निचार किन्नौर और ब्रजनाथ नेपाल गुमशुदा बताए जा रहे है।