17 अध्यापकों को राज्य स्तरीय और एक को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित


शिमला
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने रविवार को शिमला में शिक्षक दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में 17 शिक्षकों को राज्य पुरस्कार और एक को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया।
सम्मानित होने वाले शिक्षकों में जिया लाल नेगी रिकांगपिओ प्रिंसिपल, प्रेम लाल दुल्टा रामपुर स्कूल के प्रवक्ता, अजय कुमार वशिष्ट संजौली स्कूल प्रवक्ता, पंकज शर्मा टीजीटी रोहड़ू के अढ़ाल स्कूल, डीपीई सुमित सिंह सोलन के बघेरी स्कूल, शास्त्री हरदेव सोलन के चमत भरेच स्कूल, पीईटी सुरेंद्र पाल मेहता बरोटीवाला स्कूल, जेबीटी इंद्रेश कुमार मंडी के खडूना स्कूल, विवेक कुमार कौशिक सिरमौर के गलांघाट स्कूल के टीजीटी, डीएम सुभाष चंद ऊना के बसाल स्कूल, एचटी संजीव कुमार बिलासपुर के बलग का घाट स्कूल, सीएचटी सुरेश कुमार हमीरपुर के बीर बघेरा स्कूल, सीएचटी छिम्मे आंगमो लाहौल-स्पीति के केलांग स्कूल और जेबीटी राजेंद्र कुमार कांगड़ा के टिहरी स्कूल को सम्मानित किया गया।
वर्ष 2020 में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हमीरपुर के प्रवक्ता नरदेव सिंह को इस बार राज्यपाल ने राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस समारोह में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया।इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हमारी संस्कृति में गुरु को भगवान का दर्जा दिया गया है,क्योंकि गुरू के बिना कोई भी कार्य पूर्ण नहीं होता है।
गुरू और शिक्षक के रिश्ते में निरंतरता होती है और इस दृष्टि से शिक्षक की भूमिका मार्ग दर्शक के रूप में और अधिक बढ़ जाती है।
शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में 11,23,283 विद्यार्थी हैं। वर्तमान समय में शिक्षा के क्षेत्र में 79,234 शिक्षक और 17,934 गैर-शिक्षक कर्मचारी कार्यरत हैं।
उन्होंने कहा कि 1 जनवरी, 2018 से प्रदेश के 4,838 शिक्षकों की सेवाएं नियमित की गई हैं जो अपने आप में एक इतिहास है। उच्चतर शिक्षा में 537 सहायक प्राध्यापक, 2,475 प्रवक्ता, 334 डीईपी, 466 लिपिक और 791 चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को नियमित किया गया है।