राहत : 18 से कम उम्र का एक भी मरीज गंभीर नहीं

शिमला
हिमाचल में 26 जुलाई के बाद हर रोज कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। एक्टिव केस 858 से बढ़कर 2668 हो गए हैं। इनमें 433 (16.02 प्रतिशत) एक्टिव केस 18 साल से कम उम्र के बच्चों के हैं। राहत की बात यह है कि बच्चों में एक भी गंभीर नहीं हैं। सभी में कोरोना के लक्ष्ण जरूर देखें गए हैं, लेकिन अधिकतर अपने घरों पर ही स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों पर ही इसका अधिक असर होने की चेतावनी ने परिजनों को चिंता में डाल रखा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के ताजा आंकड़े हमें डरने का नहीं सतर्क रहने का संदेश दे रहे हैं। सतर्क इसलिए क्योंकि बच्चे भी काफी संख्या में कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
राज्य के कई जिलों में तो छोटे बच्चो की संक्रमण दर 25 फीसदी से भी अधिक हैं। बिलासपुर जिला में कुल एक्टिव केस में से 26.3 प्रतिशत 18 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। चंबा जिला में 21.5 प्रतिशत, हमीरपुर में 18.4%, कांगड़ा में सबसे कम 3%, किन्नौर में 3.4%, कुल्लू में 20.5%, लाहौल स्पीति में 14.3%, मंडी में 15%, शिमला में 16.3%, सिरमौर में 12%, सोलन में 15.6% और ऊना जिला में 18 साल से कम उम्र के 14 फीसदी बच्चे कोरोना पॉजिटिव हैं।
2668 कोरोना मरीजों में से 15 गंभीर प्रदेश में कोरोना के 2668 एक्टिव मरीजों में से 15 की हालत नाज़ुक बनी हुई है। शिमला में सबसे ज्यादा 6 मरीज, चंबा में 2, हमीरपुर में 3, कांगड़ा में 1 और मंडी में 3 मरीज़ों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस हफ्ते राज्य में कोरोना की संक्रमण दर 2.2 प्रतिशत है, जबकि जुलाई के तीसरे सप्ताह में यह 0.8 प्रतिशत तक गिर गई थी।
चंबा जिला में स्थिति ज्यादा गंभीर
इस वक्त चंबा जिला में कोरोना के सबसे ज्यादा 684 एक्टिव केस हैं। बिलासपुर में 171 केस, हमीरपुर 288, कांगड़ा 406, किन्नौर 29, कुल्लू 161, लाहौल स्पीति 63, मंडी 447, शिमला 319, सिरमौर 25, सोलन 32 और ऊना में 43 एक्टिव केस हैं। यही वजह है कि सरकार ने फिर से बंदिशें लगाना शुरू कर दिया है।