सदन ने दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह और नरेंद्र बरागटा को किया याद
3 पूर्व विधायकों और कोरोना की दूसरी लहर में मृत लोगों के प्रति संवेदनाएं जताई

शिमला
हिमाचल विधानसभा का मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। मॉनसून सत्र की शुरुआत मौजूदा विधानसभा के दो विधायकों वीरभद्र सिंह व नरेंद्र रागटा और तीन पूर्व सदस्य अमर सिंह, राम सिंह व मोहन लाल के शोकोद्गार से साथ हुई।
इस दौरान कोरोना की दूसरी लहर में मारे गए लोगों और बरसात में भूस्खलन में मारे गए लोगों के प्रति भी अपने संवेदनाएं जताई गई।सदन ने दिवंगत नेता वीरभद्र सिंह और उनके द्वारा किए गए तमाम कार्यों का याद किया।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ बिताए लम्हों को याद करते हुए कहा कि हिमाचल में चहूमुखी विकास में उनका अहम योगदान है। वीरभद्र सिंह जीवंत आत्मा थें।
जयराम ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने लोगों के दिलों में जगह बनाई, जिसकी झलक उनकी अंतिम यात्रा में दिखी है।उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह में आदमी को साथ जोड़ने व साथ चलाने की क्षमता थी।
उन्होंने कांग्रेस में बहुत सारे नेताओं को हाथ पकड़ कर आगे चलाया। जयराम ठाकुर ने नरेंद्र बरागटा के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि बागवानी के लिए उनके योगदान को प्रदेश हमेशा उन्हें याद करेगा।
सीएम ने पूर्व विधायक अमर सिंह, राम सिंह व मोहन लाल के निधन पर शोक जताया तथा उनके द्वारा किए कार्यों को स्मरण किया।
इस चर्चा में शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, आशा कुमारी, विक्रमादित्य सिंह सहित अन्य विधायकों ने भाग लिया तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना जताई।
वीरभद्र के निजी आवास के दरवाजे हमेशा सभी को रहते थे खुले: अग्निहोत्री
शोकोद्गार में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह के निजी आवास हॉली-लॉज के दरवाजे हमेशा सभी के लिए खुले रहते थे। यहां पर कोई भी उनसे बिना समय लिए मिल सकता था।
उन्होंने कहा कि एक बार दो बेटियां वीरभद्र सिंह से मिलने आई व उनके पास रोने लगी। लड़कियों ने अपनी समस्याओं से वीरभद्र सिंह को अवगत कराया तथा कहा कि उनके पास फीस के लिए पैसे नहीं है।
बतौर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने तत्काल कहा कि जो लड़की नर्सिंग कॉलेज में है उसकी फीस मेरे एकाउंट से दी जाए तथा इस लड़की की पूरी फीस उन्होंने अपने एकाउंट से दी।
दूसरी लड़की की फीस माफी के लिए उन्होंने निदेशक शिक्षा को फोन किया। अग्निहोत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने राजनीति में एक मिसाल पेश की। इस तरह की प्रतिभा दुर्लभ ही मिलती है।
उन्होंने वीरभद्र की शख्यिसत को देखते हुए सरकार से रिज मैदान पर उनकी प्रतिमा स्थापित करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह आधुनिक हिमाचल निर्माता थे। उन्होंने क्षेत्रवाद की दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम किया है।